DNN नोनी
30 दिसम्बर। डॉ वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के पर्यावरण विज्ञान विभाग ने संस्थागत विकास योजना (आईडीपी) के तहत पर्यावरण जिम्मेदारियों पर एक दिवसीय जागरूकता अभियान का आयोजन किया जिसके बाद परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें 215 छात्रों ने भाग लिया।पर्यावरण विज्ञान विभाग के हेड प्रो. एस के भारद्वाज ने कहा कि परिसर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए प्रासंगिक शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रकृति के प्रति भावनात्मक आत्मीयता रखने की आवश्यकता की वकालत की। इस अवसर पर भाषण, स्किट और मॉडल मेकिंग प्रतियोगिता जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। बीएससी फॉरेस्ट्री की छात्रा प्रियंका शर्मा ने वानिकी के माध्यम से जलवायु परिवर्तन शमन विषय पर भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि सूरज, आशीष, रजत, प्रियंका, दर्शन और स्वस्तिक द्वारा तैयार किए गए स्किट- बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन पहले स्थान पर रहा । शहरी कचरा प्रबंधन विषय पर रजत, प्रियंका और स्वस्तिक द्वारा तैयार किया गया मॉडल पहले स्थान पर रहा। क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह ने भी छात्रों को वायु प्रदूषण और मानव स्वास्थ्य पर व्याख्यान दिया।
पर्यावरण विज्ञान विभाग और स्पेस क्लब के संकाय के साथ बीएससी वानिकी चतुर्थ वर्ष के छात्रों द्वारा एक स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। डॉ. केके रैना, प्रधान अन्वेषक, आईडीपी इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे जबकि क्लस्टर विश्वविद्यालय, मंडी की डॉ. ज्योति गुप्ता विशिष्ट अतिथि रही। डॉ. रैना ने छात्रों को उनकी पर्यावरणीय जिम्मेदारियों के बारे में प्रोत्साहित किया और बताया कि आईडीपी के तहत, परिसर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए कई हरित पहल की गई है ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि पारिस्थितिक पदचिह्नों को कम करने के लिए परिसर में ई-कार्ट को क्रियान्वित किया गया है और वृक्षारोपण अभियान नियमित रूप से चलाया जा रहा है। सोलर लाइट लगाई गई है और सोलर रूफटॉप हार्वेस्टिंग भी की गई है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रतिमा वैद्य व डॉ. हुकम चंद शर्मा ने किया।