DNN मंडी
जिला परिषद सभागार मंडी में आज वन निगम, मध्य क्षेत्र की एक समीक्षा बैठक आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता उपाध्यक्ष, वन निगम सूरत नेगी ने की। उन्होंने कहा कि वन निगम प्रदेश का एक महत्वपूर्ण निगम हैं तथा आज के परिदृश्य में हमें उद्यमी की तरह काम करने की आवश्यकता है, जिससे निगम की आय में वृद्धि की जा सके और अन्य गतिविधियों को भी गति प्रदान की जा सके। उन्होंने अधिकारियों तथा कर्मचारियों का आह्वान किया कि वे योजनाबद्ध ढंग से निगम की बेहतरी के लिए कार्य करें।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में ईको टूरिज्म के विकास की बहुत संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में भी निगम काम करने का प्रयास करेगा तथा वन विभाग के साथ मिलकर पर्यटन स्थल चिन्हित कर वहां पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जायेंगी, इससे पर्यटक प्रदेश के अनछुए पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे तथा निगम की आर्थिकी बढ़ाने में भी यह सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा शमशी में टाईल्ज व पेनलिंग का कार्य किया जाता है । इसके विपणन के लिए भी सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और लोक निर्माण विभाग तथा अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य किया जा रहा है ।
उन्होंने निगम के काष्ठ विक्रय केंद्रों के आधुनिक ढंग से निर्माण पर बल दिया तथा कहा कि लकड़ियों के भंडारण की उचित व्यवस्था के साथ-साथ वहां पर सफाई व्यवस्था का भी ध्यान रखा जा रहा है । उन्होंने कहा कि विक्रय केंद्र में धूप व बारिश से लकड़ी खराब न हो सके, इसके लिए वहां शैड की व्यवस्था की जायेगी । उन्होंने कहा कि निगम का कार्य सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रदेश सरकार ने चरणबद्ध ढंग से वन रक्षक करने का निर्णय लिया है और प्रतिवर्ष औसतन 50 वन रक्षक नियुक् िकिए जायेंगे ।
