DNN शिमला (रमेश वर्मा )
हिमाचल में कांग्रेस जहाँ आपसी गुटवाजी से परेशान थी और दो खेमो में (वीरभद्र सिंह और सुखविंदर सिंह सुखु) बँट चुकी है और इन दोनों को एक मंच पर लाने में जहाँ न अम्बिका सोनी और न ही सुशील कुमार शिंदे कामयाब हो पाये तो वहीँ इन दोनों को एक मंच पर लाने में रजनी पाटिल कामयाब हो गई । इन दोनों के बीच चले आ रहे मनभेद जो पहले खत्म होने का नाम नही ले रहे थे , और इससे पार्टी के कार्यकर्ताओ का मनोबल गिर रहा है और ऐसे में इन दोनों आपस में हाथ मिलना और मंच साँझा करना जरूरी था, और यह काम कर दिखाया हिमाचल की प्रभारी रजनी पाटिल ने ।श्रीमती पाटिल ने इन दोनो नेताओ को एक मंच पर लाकर आपसी गुटवाजी को खत्म करने में कुछ हद सफलता हासिल कर ली है और वीरभद्र सिंह भी रजनी पाटिल के काम करने के इस तरीका से काफी प्रभावित हुए है ।
