18 जनवरी।नगर परिषद बद्दी के वार्ड नंबर-9 के पार्षद सुरजीत चौधरी ने कहा कि नप के कार्यकारी अधिकारी व नप अध्यक्षा पति नियमों व कानूनों की उल्लंघना कर रहे हैं। नप अध्यक्षा के कार्यालय को ठेकेदारों व पार्टी की बैठकों का अड्डा बना दिया गया है। अब तो भाजपा पार्षद भी कार्यकारी अधिकारी व नप अध्यक्षा के पति की तथाकथित कार्यप्रणाली का विरोध कर रहे हैं जो के सही भी है। कांग्रेसी पार्षद सुरजीत चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के चारों पार्षद भाजपा पार्षदों का समर्थन करते हैं। सुरजीत चौधरी ने एक फेसबुक पोस्ट का स्क्रीन शार्ट भी मीडिया को शेयर किया है जिसमें नप अध्यक्षा के पति और ठेकेदार नप अध्यक्षा के कार्यालय में बैठक करते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या नप अध्यक्षा का कार्यालय भाजपा की बैठकों और ठेकेदारों के लिए है। सुरजीत चौधरी ने कहा कि नप अध्यक्षा के कार्यालय में ठेकेदारों को बुलाकर ऑफ लाईन टैंडरों की रेबडिय़ां बांटी जा ही हैं। सुरजीत चौधरी ने आरोप लगाया कि कार्यकारी अधिकारी व जेई भी नप अध्यक्षा के पति के साथ मिले हुए हैं।
उन्होंने प्रदेश सरकार से अपील की है कि जो नियम व कानून बनाए गए हैं उनके तहत इस पूरे प्रकरण पर कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या नियम और कानून आम लोगों के लिए हैं? क्या यह नियम और कानून भाजपा के लोगों पर लागू नहीं होते। सुरजीत चौधरी ने कहा अगर नप अध्यक्षा के पति के खिलाफ कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो कांग्रेसी पार्षद नगर परिषद का घेराव करेंगे और मजबूरन उन्हें आंदोलन और धरना प्रदर्शन को विवश होना पड़ेगा। सुरजीत चौधरी ने कहा कि जब से नप में भाजपा काबिज हुई है नप बद्दी का बेड़ा गर्क हो चुका है। 6 महीने से नप की कोई बैठक नहीं हुई और ऑफ लाईन टैंडरों की रेबडिय़ां चेहते ठेकेदारों को बांटी जा रही हैं। आम जनता के हित में कोई काम नहीं किया जा रहा है, जबकि नप के सभी 9 वार्डों में समस्याओं का अंबार लगा है। पार्षद सुरजीत चौधरी ने कहा कि अगर जल्द सरकार ने इस बाबत कोई कार्रवाई नहीं की तो कांग्रेसी पार्षद आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने भाजपा पार्षदों के आरोपों का समर्थन करते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है। कांग्रेसी पार्षद सुरजीत चौधरी द्वारा मीडिया को जारी की गई पोस्ट, जिसमें नप अध्यक्षा का पति व अन्य लोग नप अध्यक्षा के कार्यालय में दिखाई दे रहे हैं।