DNN सोलन ब्यूरो (आदित्य सोफत)
06 फरवरी। कंटीली तारों को बिछाने का जबाब किसानों ने गांधी गिरी से दिया है। किसानों के लिए दिल्ली में बिछाई गई कंटीली तारों पर मिट्टी गिराकर फूल लगाए गए है यह बात किसान सभा के सदस्य अमर सिंह छावड़ा ने धरना प्रदर्शन के दौरान कही हैं। सोलन के पुराने उपायुक्त चौंक पर किसानों आंदोलन के समर्थन में हिमाचल किसान सभा जिला इकाई द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। हालांकि, चक्का जाम जैसी स्थिति न हो इसके लिए पुलिस की टीम भी मौके पर तैनात थी। इस धरना प्रदर्शन के दौरान मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और किसान विरोधी कानून को वापिस लेने की मांग भी उपस्थित लोगों ने की। किसान सभा के सदस्यों मोदी सरकार पर कई प्रकार के आरोप भी लगाए है और दिल्ली के लाल किले पर 26 जनवरी को हुई घटना के लिए भी मोदी सरकार पर निशाना किसान सभा के सदस्यों ने साधा है। यह धरना प्रदर्शन शाम लगभग 03 बजे तक चलता रहा है।
भारत सरकार पहुंचना चाहती है पूंजीपतियों को फायदा
हिमाचल किसान सभा के सदस्य मोहित ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने अलोकतांत्रिक तरीके से कानून लाए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को नहीं बल्कि पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना है। इन कानूनों से कृषि का निजीकरण कर सरकार भारत के बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है। दिल्ली बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान पिछले 73 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार किसानों का आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है।
शांतिपूर्ण किया प्रदर्शन
हिमाचल किसान सभा के सदस्य नीतीश ठाकुर का कहना है कि दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 73 दिनों से किसान शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी तक करीब 150 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में जान गंवा चुके हैं।
किसानों के खिलाफ हो रहे झूठे मुकदमे
इस दौरान सदस्य अमर सिंह छावड़ा का कहना है कि किसान जोकि अनदाता है। उनके लिए कंटीली तारे बिछाई गई है, लेकिन किसानों ने भी जबाब फूल बिछाकर दिया है। नीतीश ठाकुर ने कहा कि सरकार किसानों पर झूठे मुकदमे करवा रही है। सरकार किसान आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन वो किसी भी हाल सरकार को इसमें कामयाब नहीं होने देंगे।