DNN सोलन ब्यूरो (आदित्य सोफत)
28 जनवरी। जिला सोलन के विकास खण्ड धर्मपुर की हुडंग(कंडा) के प्रधान व कसौली-गड़खल पंचायत के उपप्रधान ने छठी बार गोपनीयता की शपथ ली है। खास बात यह है कि यह दोनों लगातार अपनी पंचायत से छह बार प्रतिनिधि चुनकर आए है। हालांकि, इस बार इन दोनों को विरोधियों की कड़ी टक्कर के बीच से गुजरना पड़ा है, लेकिन इन दोनों की ईमानदारी को लेकर स्थानीय लोग पुनः इन्हें प्रधान व उपप्रधान चुनते है और 25 सालों में यह लोगों की समस्याओं का निवारण करवाने के लिए जुड़े है। अलग-अलग पंचायत से यह प्रधान और उपप्रधान अपनी पंचायत की जनता के दिलों में बस चुके है।
यह है लक्ष्मी देवी की खासियत
खास बात चीत के दौरान लगातार छठी बार हुडंग प्रधान बनी लक्ष्मी देवी ने कहा कि वह अपनी पंचायत के चहुमुखी विकास के लिए जनता द्वारा चुनी जा रही है। हुडंग पंचाय की जनता बार-बार जो विश्वास जता रही है उसपर वह हर बार खरा उतरने का प्रयास करती है। हुडंग पंचायत के विकास व जनता के कार्य करवाने के लिए तत्परता के साथ कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि पहली बार जब वह प्रधान चुनी गई थी तो उनका एक ही मकसद था कि वह अंतिम स्तर तक कार्य करें, जहां ज्यादा आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि वह सबसे पहले 30 वर्ष की उम्र में प्रधान पद कि उम्मीदवार बनकर चुनावी मैदान में आई थी। उस समय पहली बार हुडंग पंचायत के प्रधान पद की सीट महिला के लिए आरक्षित हुई थी। पंचायत को विकास की ओर अग्रसर करने के लिए सन 1995 में कांटे की टक्कर के साथ पहली बार 60 वोट से जीतकर प्रधान बनी। इसके पश्चात सन 2000 में 450, तीसरी बार 2005 में फिर 60 वोट, 2010 में 110 व 2015 में लगातार पांचवी बार 25 वोटों से जीतकर प्रधान बनी, लेकिन लोगों की लक्ष्मी देवी की ईमानदारी का आशीर्वाद 2021 के चुनावों में फिर दे दिया और प्रधान पद की कमान फिर लक्ष्मी देवी के हाथ मे सौप दी। लक्ष्मी देवी ने बताया कि लोगों द्वारा लगातार उन्हें इस प्रकार से प्रधान बनाने से जनता की तागत मिल रही है और अपनी पंचायत के चहुमुखी विकास के लिए आगे बढ़ रही है।
कसौली-गड़खल उपप्रधान भी लगातार छठी बार
विकास खण्ड धर्मपुर की पंचायत कसौली-गड़खल में श्याम लाल ठाकुर ने भी लगातार छठी बार उपप्रधान पद की शपथ ली है। लगातार विकास को लेकर लोगों द्वारा उनका चयन किया जा रहा है।
श्याम लाल ठाकुर ने कहा कि उनका उपप्रधान बनने का उद्देश्य केवल एक ही है कि वह अपनी पंचायत को विकास के लिए आगे आ रहे है। उन्होंने खास बातचीत के दौरान कहा कि विकास खण्ड की यह पंचायत पर्यटन नगरी कसौली के साथ लगती है। पर्यटन की दृष्टि से भी वह पंचायत को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि 1997 में कसौली-गड़खल पंचायत में पुनः चुनाव हुए थे। वह निर्विरोध उपप्रधान चुने गए थे। उस समय वह भी 30 वर्ष के थे। इसके पश्चात सन 2000 में 375 मत, 2005 में वार्ड का चुनाव लड़ने के पश्चात सभी वार्ड सदस्यों ने उपप्रधान, 2010 में 617 वोट, 2015 में 438 वोटों से जीते थे और उपप्रधान बने थे और 2021 में कांटे की टक्कर के बाद 63 वोटों से जीतकर उपप्रधान बने है। उन्होंने कहा कि इस बार विकास का मुद्दा उन लोगों को मकान दिलाना है, जोकि भूमिहीन है। इसके लिए वह हर सम्भव प्रयास करने के लिए तैयार है।