डीएनएन नालागढ़
औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ की नामी धागा मिल की दादागिरी से तंग हिमाचली युवाओं ने एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा के समक्ष ज्ञापन सौंपकर गुहार लगाई है। हिमाचली युवाओं का कहना है कि कंपनी प्रबंधन उन्हें बेवजह तंग कर रहा है जिसके चलते उनका काम करना मुश्किल हो गया है। युवा उद्योग में नौकरी नहीं करना चाहते उसके बावजूद कंपनी प्रबंधन उनकी सैलरी और हिसाब नहीं दे रहा। इतना ही नहीं चीफ सिक्योरिटी ऑफीसर द्वारा कंपनी की दादागिरी के खिलाफ विरोध करने वालों को बेवजह तंग किया जा रहा है। बीबीएन सोशल वेल्फेयर सोसाईटी के सचिव वरूण नेगी, उपाध्यक्ष मित्तू शर्मा, अजय ठाकुर, मलकीत, हैप्पी ठाकुर, बलविंद्र सिंह, गुरप्रीत सिंह ने बताया कि टैैक्सटाइल उद्योग में हिमाचली युवाओं का काम करना दूभर हो गया है।
युवाओं में बेवजह तंग किया जा रहा है और जब कामगार अपनी सैलरी और हिसाब मांगकर नौकरी छोडऩे की बात करते हैं तब भी प्रबंधन उनका हिसाब नहीं कर रहा। चीफ सिक्योरिटी ऑफीसर द्वारा विरोध करने वाले युवाओं को बिना वजह तंग किया जा रहा है। कंपनी युवाओं को मारने तक की धमकियां दे रही है। युवाओं ने बताया कि उद्योग में हिमाचली कामगारों का उत्पीडऩ काफी समय से चल रहा है। इस बाबत पहले भी नालागढ़ पुलिस थाने में एक लिखित शिकायत दी जा चुकी है। लेकिन बावजूद इसके युवाओं की फरियाद कोई नहीं सुन रहा। कंपनी की प्रताडऩा के चलते सभी कामगार मानसिक रूप से परेशान हैं। न उन्हें ठीक से नौकरी करने दी जा रही है और न ही उनके निकाला जा रहा है। सभी कामगारों की सैलरी उद्योग ने दबा ली है और युवाओं को हिसाब नहीं दिया जा रहा।
उधर एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा का कहना है कि युवाओं की शिकायत के बाद प्रशासन ने श्रम विभाग, उद्योग विभाग व पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उद्योगों में हिमाचली युवाओं के साथ हो रही धक्केशाही को प्रशासन किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। कंपनी के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और युवाओं को न्याय दिलाया जाएगा।