DNN नाहन। अरावली संगठन सिरमौर द्वारा नाबार्ड के सौजन्य से फार्मर प्रोडयूसर आर्ग्रेनाईजेशन (एफपीओ) के निदेशक मंडल के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ डीडीएम सिरमौर गौरव शर्मा द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में जिला सिरमौर के विभिन्न एफपीओ से आए करीब 40 निदेशक मंडल सदस्यों ने हिस्सा लिया।
दरअसल इस दौरान डीडीएम नाबार्ड गौरव शर्मा द्वारा एफपीओ द्वारा किए जा रहे कार्यों व आगामी योजनाओं की समीक्षा की गई। साथ ही एफपीओ पदाधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी किए गए। डीडीएम नाबार्ड गौरव शर्मा ने कार्यशाला में एफपीओ के महत्व, कार्य व पंजीकरण के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि किसान संगठित होकर बेहतर कार्य कर सकते हैं, जिससे परंपरागत तौर पर किसानों के उत्पाद बेचने की परंपरा में थोडा बदलाव कर ग्रेडिंग व पैकेजिंग कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
वहीं अरावली संगठन के निदेशक डॉ यशपाल शर्मा द्वारा एफपीओ पदाधिकारियों को योजना तैयार कर किसानों के हित में कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलवाने के लिए भारत सरकार द्वारा एफपीओ का निर्माण किया जा रहा है, ताकि किसान संगठित होकर कार्य कर सकें, उन्हें बिचौलियों से राहत मिल सके। शर्मा ने फार्मर प्रोडयूसर आर्गेनाईजेशन के माध्यम से किसानों के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही 10 हजार एफपीओ योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा किसानों को संगठित कर उनकी फसलों का उचित दाम दिलवाने, किसानों की उपज का सही दाम दिलवाने के लिए ग्रेडिंग व पैकेजिंग के लिए किसानों को बढावा देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इसके अलावा एफपीओ में बीओडी व सीईओ के कार्य के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
कार्यालय सहायक सुमन ठाकुर द्वारा एफपीओ प्रतिनिधियों को रिकार्ड बनाने से संबंधित कैशबुक, लेजर, स्टाक रजिस्टर व डे रजिस्टर रिकार्ड बनाने के बारे में बताया गया। कार्यालय सहायक प्रकाश चंद ठाकुर द्वारा एफपीओ के लिए बिजनेस प्लान बनाने व लेखा जोखा तैयार करने के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इस दौरान एफपीओ प्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में उपज को बेचने के लिए आ रही परेशानियों व आगामी संभावनाओं के बारे में चर्चा की गई। इस दौरान एफपीओ प्रतिनिधियों को किसानों की उपज का मूल्य संवर्धन करने के लिए ग्रेडिंग, पैकेजिंग व प्रोसेसिंग के लिए सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
