DNN सोलन
उद्योग, श्रम एवं रोजगार तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों का आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर एवं सम्पन्न राष्ट्र के निर्माण के लिए आरम्भ की गई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य करें। बिक्रम सिंह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित प्रांत जनजातीय छात्र सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।
बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जल संरक्षण एवं कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं सफलतापूर्वक कार्यान्वित की जा रही हैं। उन्होंने अखिल भारतीय विद्याार्थी परिषद का आह्वान किया कि वे अपनी संगठित शक्ति को छात्र हित के कार्यों के साथ-साथ ‘जल शक्ति अभियान’ जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम की जानकारी विशेष रूप से युवा वर्ग तक पंहुचाने में लगाएं ताकि भविष्य की चुनौतियों के लिए उचित तैयारी की जा सके।
उद्योग मंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय विद्याार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है और संगठन युवाओं के समग्र विकास की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों के छात्रों का प्रान्तीय सम्मेलन आयोजित करने के लिए परिषद को बधाई दी। उन्होंने आशा जताई कि यह सम्मेलन जनजीतीय क्षेत्रों के युवाओं की समस्याओं, उपलब्धियों और भविष्य की चुनौतियों के लिए लाभप्रद सिद्ध होगा और इस दिशा में यहां सारगर्भित चिन्तन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार राज्य का समग्र एवं संतुलित विकास सुनिश्चित बना रही है। जनजातीय क्षेत्रों के विकास पर इस वर्ष 1564 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा युवा के कौशल विकास के लिए कार्यान्वित की जा रही योजनाओं की जानकारी भी दी। उन्होेेंने कहा कि राज्य में जनजातीय क्षेत्रों के छात्रों के लिए वर्तमान में 29 छात्रावास कार्यरत हैं जबकि 06 छात्रावास निर्मित किए जा रहे हैं। इन छात्रावासों में 1134 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर जिला किन्नौर की वॉलीबाल की खिलाड़ी आयुषी भण्डारी तथा जिला चम्बा की जूडो खिलाड़ी प्रियन्का को सम्मानित भी किया।
राज्य सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक एवं प्रदेश प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हरबंस सिंह ब्रस्कोन ने इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के प्रयासों से कभी अत्यन्त कठिन माने जाने वाले जनजातीय क्षेत्रों में आशानुरूप विकास हुआ है तथा यहां के निवासियों का जीवन स्तर सुधरा है। उन्होंनेे कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कुल बजट का 9 प्रतिशत व्यय किया जा रहा है। इस वर्ष जनजातीय उप योजना के तहत 639 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विशेष रूप से लाहौल-स्पीति जिले के विकास में रोहतांग सुरंग मील का पत्थर साबित होगी।