DNN शिमला
26 फरवरी। पश्चमी विक्षोभ के चलते पहाड़ो पर एक बार फिर से बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है । किन्नौर , चम्बा , लहौल-स्पीति , कुफरी नारकण्डा में जहा सुबह ही बर्फ़बारी हो रही है वही राजधानी शिमला में भी बर्फबारी हो रही है । राजधानी में बर्फ गिरता देख पर्यटक झूम उठे। और रिज मैदान पर मस्ती करते नजर आए। शहर में हल्की बर्फ़ की फाहे गिर रही है जबकि कुफरी नारकण्डा में जमकर बर्फ़बारी हो रही है। मौसम विभाग की ओर से आज प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश और बर्फबारी को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की गई थी बीते दिन भी लाहौल स्पीति किन्नौर और शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फ़बारी हुई है जिसे कई समय यातायात ठप हो गया है। शिमला के कुफरी ठियोग सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है नारकण्डा में भी वाहनों की आवाजाही ठप्प हो गई है। मौसम विभाग वैज्ञानिक (बी) बुई लाल ने कहा कि पश्चमी विक्षोभ के चलते आने वाले 24 घंटों में अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो ने की संभावना है। जबकि निचले हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो गया है उन्होंने कहा कि प्रदेश में कल से कुछ एक ही स्थानों में ही बारिश और बर्फबारी की संभावना है जबकि 28 फरवरी से फिर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है । जिसके चलते आगामी 3 दिन फिर मौसम खराब बना रहेगा उन्होंने कहा कि शिमला सहित ऊपरी हिस्सों में सुबह से ही बर्बादी का दौर शुरू हो गया है जिससे तापमान में भी काफी गिरावट आई है और ठंड में इजाफा हो गया है। बुई लाल मौसम वैज्ञानिक (बी)
फिर बदली करवट निचले क्षेत्रों में वर्षा तो ऊचाई वाले स्थानों में हिमपात शुरू
राजगढ 26 फरवरी राजगढ व आसपास के क्षेत्रों में 15 दिनों के बाद मौसम ने फिर करवट बदली है। क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों रासू मांदर, परगैल , पझोता ,हाब्बन बथाऊधार आदि में फिर से बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया है और निचले क्षेत्रो मे देर रात से मूसलाधार वर्षा हो रही है । मौसम का यह बदलाव यहा किसानों व बागवानो के लिए बहुत हानिकारक है यहा इन दिनों आडू ,पलम व खुमानी के पौधो में फ्लावरिंग का समय है और ऐसे में तापमान मे भारी कमी फलदार पोधो के लिए हानि कारक है इसी प्रकार यहा लहसुन ,मटर ,आलू आदि की फसलो के लिए भी वर्षा अब हानिकारक है । वर्षा व हिमपात के कारण क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ गया। तापमान में आई भारी गिरावट के कारण क्षेत्र का न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जबकि अधिकतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है । ठंड का प्रकोप बढ़ने से स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । इससे पहले यहा 9 फरवरी को वर्षा व हिमपात हुआ था क्षेत्र मे इस मौसम का यहा छटा हिमपात है। उपमंडल प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अधिक हिमपात वाले क्षेत्रो की और ना जाए व अपने वाहन