सोलन नगर निगम ने किया कूड़े के बिलों में इजाफा

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DNN सोलन, 3 अगस्त

शहर नगर निगम सोलन से कूड़े के बिल बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब शहर में व्यवसायिक प्रतिष्ठतान चला रहे लोगों को नगर निगम सोलन को बढ़े हुए कूड़े के बिल देने होंगे। सोलन नगर निगम की एक विशेष बैठक शनिवार को हुई जिसमें कूड़े निष्पादन को लेकर चर्चा हुई। बैठक के दौरान सर्वसमिति से व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का कूडा उठाने के रेट बढ़ाने का निर्णय हुआ जबकि घरों से डोर टू डोर उठने वाले कूड़े के बिल को बढ़ाने के लिए सहमति नहीं बन पाई । अहम बात यह रही कि इस बैठक में कांग्रेस की मात्रा एक ही पार्षद उपस्थित रही और अन्य सभी पार्षद बैठक में नहीं पहुंचे । कुछ देर के लिए यहां पर कांग्रेस के मनोनीत पार्षद भी बैठक में शामिल होने के लिए जरूर आए लेकिन वह भी कुछ देर बाद बैठक से चले गए।

जानकारी के अनुसार नगर निगम सोलन बनने के बाद से लोगों को विभिन्न प्रकार के नए-नए टैक्सों का सामना करना पड़ रहा है । किसी कड़ी में अब व्यावसायिक प्रतिष्ठान चला रहे लोगों को कूड़े का बिल भी कुछ ज्यादा देना होगा। शनिवार को कूड़ा निष्पादन को लेकर नगर निगम सोलन ने विशेष बैठक रखी थी। इस बैठक की अध्यक्षता कार्यकारी मेयर मीरा आनंद ने की । बैठक में आगामी समय में किस प्रकार से कूड़े का निष्पादन करना है इसको लेकर विस्तार से चर्चा हुई । साथ ही इस बात की सहमति भी बनी की व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के कूड़े के बिल को बढ़ाया जाए। विशेष तौर पर बड़े होटलों, नसिंग होम, स्कूलों, कार्यालर्यांके कूड़े के बिल को बढ़ाने के लिए सर्वसम्मति से बैठक में निर्णय लिया गया। जबकि घर से उठने वाले डोर टू डोर कूड़े के बिल को बढ़ाने के लिए बैठक में सहमत ही नहीं बन पाई।

नगर निगम के वार्ड नंबर 9 के पार्षद शैलेंद्र गुप्ता ने जानकारी दी की यह बैठक प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों पर रखी गई थी जिसमें कूड़ा निष्पादन को लेकर विशेष तौर पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि बैठक में घरों से डोर टू डोर उठने वाले कूड़े के बिल नहीं बढ़ाए गए हैं जबकि बड़े होटलों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बिलों का इजाफा जरूर करने पर सहमति बनी है। गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में पूरा निष्पादन पर 5 करोड़ 10 लाख 26 हजार 205 रुपए खर्च कर रही है । जबकि नगर निगम सोलन को कूड़े के बल के तौर पर 93 लाख 45 हजार 288 रुपए की आय हो रही है । ऐसे में करीब चार करोड़ रुपए का सालाना घाटे का नगर निगम को सामना करना पड़ रहा है। शैलेंद्र गुप्ता ने कहा कि नगर निगम द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर किए गए टेंडर गलत तरीके से आवंटित होने के कारण नगर निगम को घाटे का सामना करना पड़ रहा है और वे शुरू से इस मामले को उठाते आए हैं । कुछ दिनों पहले ही उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू को एक पत्र लिखकर इस मामले में कार्रवाई की मांग भी की है।

 

सोलन नगर निगम में रखी गई इस बैठक में कांग्रेस के अधिकतर पार्षद बैठक से नदारत रहे। वार्ड नंबर 7 से पार्षद पूजा इस बैठक में शामिल रही जबकि अन्य कांग्रेस के मनोनीत पार्षद भी कुछ देर के लिए बैठक में जरूर शामिल हुए । इसके अलावा अधिकतर कांग्रेसी पार्षद इस बैठक में शामिल नहीं हुए। पता चला है कि कांग्रेस के पार्षद शिमला गए हुए थे और वे आगामी समय में सोलन नगर निगम में तीन वार्डों में होने वाले चुनाव व मेयर पद पर होने वाले चुनाव को लेकर शिमला में आला नेताओं के साथ मुलाकात करने में व्यस्त थे।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 10 कमरों से अधिक के पीजी के कूड़े के वर्तमान बिल में करीब 500 रुपए का इजाफा किया जाएगा। इसी प्रकार से बेकरी की दुकान, निजी व सरकारी स्कूलों का कूड़े का बिल जिनका 1200 था उसे 1500 रुपए तक किया गया। इसी प्रकार से सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय जो भी 10 कमरों से अधिक में चल रहे हैं उनके कूड़े के बिल में भी 300 से 400 रुपए का इजाफा हुआ है। इसी प्रकार से नर्सिंग होम चला रहे डॉक्टर को भी अब बढ़ा हुआ कूड़े का बिल आगामी समय में देना पड़ेगा । इसके अलावा बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सोलन शहर के कुछ वार्डों में सफाई व डोर टू डोर कूड़ा उठाने का कार्य आउटसोर्स किया जाएगा।

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