DNN नौणी
21 फरवरी ट्री बेस्ड डायवर्सिफाइड लैंड-यूज़ सिस्टम: ऑगमेंटिंग लाइवलीहुड सिक्योरिटी एंड इंडस्ट्रियल ग्रोथ पर तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन नवसारी कृषि विश्वविद्यालय, नवसारी, गुजरात और इंडियन इकोलॉजिकल सोसाइटी के गुजरात चैप्टर द्वारा वन अनुसंधान संगठन के अंतर्राष्ट्रीय संघ के सहयोग से किया गया था। इस सम्मेलन में डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के वृक्ष सुधार विभाग के छात्रों और शिक्षकों ने छह विषयों में से दो विषयों पर आधारित सत्रों में भाग लिया और पुरस्कार जीते। वृक्ष सुधार और पारिस्थितिकी पर सत्र में तीन छात्रों और तीन वैज्ञानिकों ने भाग लिया, जबकि विश्वविद्यालय के एक डॉक्टरेट विद्वान ने सिल्विकल्चर, वन प्रबंधन, अर्थशास्त्र और नीति के विषय पर अपना काम प्रस्तुत किया।
विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर से डॉ. शिखा ठाकुर और औदयानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय थुनाग से डॉ. जयपाल शर्मा और डॉ. शिखा भागटा ने पोस्टर प्रस्तुत किए जबकि तीन छात्र- मोहित कौंडल, श्वेता और श्रेया ने मौखिक प्रस्तुति दी। पांच प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुतियों के लिए पुरस्कार भी हासिल किए। डॉ. शिखा ठाकुर और डॉ. शिखा भागटा ने पोस्टर प्रस्तुति के लिए क्रमशः प्रथम और तृतीय पुरस्कार हासिल किया। छात्रों में श्वेता ने मौखिक प्रस्तुति के लिए प्रथम पुरस्कार जीता जबकि श्रेया और मोहित ने अपने संबंधित विषयों में तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया। इस सम्मेलन में प्रतिभागियों ने कुल पांच पुरस्कार जीते।