शिवरात्रि महोत्सव में ‘वोकल फ़ॉर लोकल’ पर दें बल – महेंद्र सिंह ठाकुर

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DNN मंडी

28 फरवरी : जल शक्ति, बागवानी  राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने स्वर्णिम अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी -2021 में  ‘वोकल फ़ॉर लोकल’ पर बल देने को कहा है।  उन्होंने मंडी के विपाशा सदन में महोत्सव की आम सभा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का इसे लेकर विशेष आग्रह रहा है कि हम स्थानीय प्रतिभा, कौशल और उत्पादों को प्राथमिकता दें। ये आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने में मददगार होगा।
उन्होंने कहा कि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचली कलाकारों को प्राथमिकता दें। अन्य आयोजनों में भी लोकल लोगों को अवसर मिलें। स्वयं सहायता समूहों और हिमाचली युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करें।


महोत्सव की थीम हिमाचल के 5 दशकों की स्वर्णिम यात्रा पर केन्द्रित
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि महोत्सव की थीम हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व के 50 साल की स्वर्णिम यात्रा पर केंद्रित है, इसलिए सभी आयोजनों में इस थीम को जीवंत बनाने के प्रयास करें। इसके लिए सभी विभाग अपने अपने स्तर पर पूर्ण योगदान दें। शहर की विशेष सजावट और महोत्सव में आने वाले लोगों के लिए विशेष सुविधाएं हों। व्यवस्था ऐसी हो कि मेले के लिए बाहर से मंडी आने वाले लोग अपने साथ अच्छे अनुभव लेकर लौटें।
उन्होंने सभी विभागों को पड्डल मैदान में लगने वाली विभागीय प्रदर्शनी में हिमाचल की 50 साल की स्वर्णिम विकास यात्रा को अच्छे तरीके से प्रदर्शित करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बैठक में महोत्सव के आयोजन को लेकर गठित सभी उप समितियों के कार्यों की प्रगति का भी जायजा लिया।


12, 15 और 18 मार्च को निकलेगी जलेब
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि 12 से 18 मार्च तक मनाए जाने वाले इस महोत्सव का शुभारम्भ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर करेंगे। वे 12 मार्च को प्रथम जलेब की अगवानी करेंगे। मध्य जलेब 15 मार्च को निकाली जाएगी। तीसरी और अन्तिम जलेब में 18 मार्च को राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय शामिल होंगे।

जलेब की पुरातन परंपरा रहे अक्षुण्ण
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने देवता उप समिति से महोत्सव में जलेब की पुरातन परंपरा को अक्षुण्ण रखने को कहा।
स्वागत समिति के संयोजक सहायक आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि समिति के सभी सदस्य जलेब के उपरांत वापिसी में भी राज माधो राय जी की पालाकी के साथ रहेंगे। इसके अलावा बड़ा देव कमरूनाग के स्वागत के लिए भी समिति के सभी सदस्य पुल घराट पर मौजूद रहेंगे।
वहीं, एडीसी जतिन लाल ने बताया कि इस बार जलेब में “कैमल  परेड” शामिल करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा जलेब में सभी 12 जिलों की लोक संस्कृति, मुखौटा डांस और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जागरूकता रथ भी शामिल किए जाएंगे।
मेले में बच्चियों के सामूहिक जन्मदिन मनाने जैसे आयोजन भी होंगे।
लोक संस्कृति को दें बढ़ावा 
जल शक्ति मंत्री ने महोत्सव में लोक संस्कृति को बढ़ावा देने पर जोर दिया और सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचली कलाकारों को अधिक अवसर प्रदान करने को कहा। बैठक में सांस्कृतिक उपसमिति के संयोजक अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि महोत्सव में 12 से 17 मार्च तक 6 सांस्कृतिक संध्याएं आयोजित की जाएंगी जिनमें विशेष तौर पर हिमाचली कलाकारों को मौका दिया जाएगा।
सांस्कृतिक संध्या में अनाथ बच्चों के साथ फैशन शो का भी आयोजन किया जाएगा।
216 देवी देवताओं को निमंत्रण
बैठक में देवता उपसमिति के संयोजक एडीएम श्रवण मांटा ने अवगत करवाया कि पिछली बार की तरह इस बार भी 216 पंजीकृत देवी देवताओं को महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। पिछले साल  216 में से 192 देवी देवता महोत्सव में पधारे थे। मंडी आने वाले देवी देवताओं, कारदारों और देवलुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध कर लिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि 11 मार्च को सुबह 8 बजे आयोजित किए जाने वाले हवन को भी बड़े स्तर पर करने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए लोगों से राज माधो राय जी के प्रांगण में बने हवन कुंड परिसर में बड़ी संख्या में पधारने और हवन में भाग लेने की अपील की गई है।

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