DNN धर्मशाला
धर्मशाला के तपोवन विधानसभा परिसर में आज सोमवार को कांगड़ा जिला के 15 विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों तथा अधिकारियों के लिए ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रंबधन विषय पर प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ.राजीव बिन्दल ने की।
डॉ. बिन्दल ने कहा कि ई-निर्वाचन प्रबंधन प्रणाली के लागू होने से कार्य में दक्षता व पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि ई-निर्वाचन प्रबन्धन कार्यशाला का उद्देश्य विधायकों, जनता, सरकार और अधिकारियों में परस्पर संपर्क बना संवाद कायम करना है। उन्होंने कहा कि मोबाइल एप के माध्यम से विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी ले सकेंगे, अधूरी पड़ी परियोजनाओं के लिए धन की उपलब्धता तथा कार्य में प्रगति लाने के लिए प्रयास करने में सक्षम होंगे। इस कार्यशाला का आयोजन हिमाचल प्रदेश विधानसभा के तत्वावधान में किया गया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी मोबाइल ऐप के जरिए विधायकों को सूचनाएं प्रदान करने के लिए हर स्तर पर सजग रहेंगे।
उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से निर्वाचन क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों के प्रति जनता को भी अवगत करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ई-विधान, ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबंधन, ई-कमेटी तथा ई-डायरी (एमएलए ऐप) पर विधानसभा के आईटी प्रकोष्ठ द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबंधन द्वारा अधिकारी भी क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों के संबंध में विधायक एवं जनता को सीधे रूप से अवगत करवा सकेंगे तथा कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए आग्रह भी कर सकते हैं। उन्होने सभी अधिकारियों से इस प्रणाली के अधिक से अधिक उपयोग करने के निर्देश दिए ताकि कार्यदक्षता के साथ-साथ पारदर्शिता तथा आम जनता की शिकायतों का निपटारा भी आसानी से किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जल्द ही ज़िला कांगड़ा के सभी 15 निर्वाचन क्षेत्रों, ज़िला मंडी के 10 तथा शिमला के 8 निर्वाचन क्षेत्रों की ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबंधन की समीक्षा भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि ज़िला एवं संबंधित उपमंडल स्तर के विभागाध्यक्षों को यूजर आईडी और पासवर्ड भी आवंटित कर दिए गए हैं और इस संबंध में प्रशिक्षण एवं सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण भी दिया गया है।