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उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि कृषि क्षेत्र में प्रसंस्करण के माध्यम से उत्पाद की शेल्फ लाईफ बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जाना आवश्यक है। इससे ज़िला के किसान एवं बागवान अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यूको आरसेटी को कृषि व्यवसाय से सम्बन्धित प्रशिक्षण कार्यक्रम आरम्भ करने की सम्भावनाएं तलाशनी चाहिएं। मनमोहन शर्मा आज यहां यूको ग्रामीण स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान (यूको आरसेटी) द्वारा आयोजित 53वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि यूको आरसेटी को ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने चाहिएं जो युवाओं को रोज़गार एवं स्वरोज़गार के बेहतर अवसर प्रदान कर सकें। यूको आरसेटी को विभिन्न विभागों से बेहतर समन्वय स्थापित कर पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण शिविर तथा किसान क्रेडिट कार्ड के लिए मेलों का आयोजन समय-समय पर करते रहना चाहिए ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हो सकें।
उन्होंने यूको आरसेटी की निदेशक को निर्देश दिए की कसौली, धर्मपुर तथा चायल क्षेत्र के युवाओं को पर्यटन से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करवाना सुनिश्चित बनाएं ताकि इस क्षेत्र के लोगों को पर्यटन क्षेत्र में अधिक से अधिक रोज़गार उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला के इन क्षेत्रों में पर्यटन विस्तार की अपार सम्भावनाएं हैं और युवाओं को पर्यटन क्षेत्र का प्रशिक्षण प्रदान कर अधिक से अधिक लाभ एवं आर्थिक सशक्तिकरण प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने इसके अतिरिक्त यूको ग्रामीण रोज़गार संस्थान के माध्यम से स्थानीय मिस्त्री को प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश भी दिए ताकि आपदा के प्रभाव को न्यून से न्यून करने के लिए सोलन ज़िला में वैज्ञानिक पद्धति से गृह निर्माण कार्य हो सके।
बैठक में यूको ग्रामीण रोज़गार संस्थान की निदेशक मीनू बारियां ने कहा कि ज़िला में सात विभिन्न कार्यक्रमों के तहत 221 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान करवाया गया।
ज़िला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, नाबार्ड के ज़िला विकास प्रबंधक अशोक चौहान, पशु पालन विभाग सोलन के अतिरिक्त निदेशक डॉ. विजय कुमार पाठक, ज़िला पंचायत अधिकारी सोलन जोगिंदर प्रकाश राणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व बैंक के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।
