DNN नौणी
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली द्वारा वित्त पोषित उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत सौर ऊर्जा ड्रायर के निर्माण पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम डॉ वाईएस परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ आर के अग्रवाल ने बताया कि प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा विकसित सोलर ड्रायर का निर्माण किया गया। सोलन, शिमला, सिरमौर, किन्नौर, बिलासपुर और कुल्लू के 14 लोगों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में वानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ कुलवंत राय शर्मा मुख्य अतिथि रहे। अपने सम्बोधन में डॉ शर्मा ने कहा कि कौशल विकास निगम के सहयोग से इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कौशल विकास और प्रशिक्षण नियमित गतिविधि होनी चाहिए ताकि हम सभी समाज में योगदान कर सकें। इस मौके पर उन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और हैड डॉ एस के भारद्वाज ने कौशल विकास कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। उनका विचार था कि कौशल प्रशिक्षण से हम अपनी आजीविका को बनाए रखने और समाज के समग्र उत्थान के लिए अपनी प्रतिभा को बेहतर बना सकते हैं। डॉ भारद्वाज ने कहा कि नई तकनीकें आधुनिक कार्यस्थल, बाजार और हमारे जीवन के हर पहलू में क्रांति ला रही हैं, इसलिए व्यापक कौशल प्रशिक्षण रणनीति हमें सबसे आगे रहने में मदद कर सकती है।