DNN सोलन
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोलन मधुसूदन शर्मा ने कहा कि देवभूमि हिमाचल को नशे जैसी दुष्प्रविति से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे तथा आम जन को भी इस मुहिम में पुलिस को सहयोग प्रदान करना होगा। मधुसूदन शर्मा आज पुलिस लाईन्स सोलन में जिलस पुलिस तथा भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के संयुक्त तत्वावधान आयोजित वित्तीय साक्षरता शिविर के अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
मधुसूदन शर्मा ने समाज के सभी वर्गों से आग्रह किया है कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए पारिवारिक वातावरण का बहुत बड़ा योगदान रहता है। अभिभावक अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें तथा नशे से दूर रखने के लिए समय-समय पर संवाद स्थापित करें।
उन्होंने समाज को नशामुक्त बनाने के लिए नारी अहम भूमिका निभा सकती है। महिलाएं बच्चों के भावनात्मक विकास में सहायक होती हैं। यदि माताएं अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें तो युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में जाने से बचाया जा सकता है। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि नशे के कारोबारियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि इस तरह के समाज विरोधी तत्वों को समय रहते कड़ी सजा मिल सके।
मधुसूदन शर्मा ने कहा कि सामाजिक नागरिक होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम स्वयं भी नशे से बचें और आम नागरिकों को भी नशे जैसी कुरीतियों के बारे में अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि सोलन जिला में एक वर्ष में 135 नशे के कारोबारियांे को पकड़ा गया है तथा इनके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि नशे के कारोबारी की सूचना मिलते ही कोई भी व्यक्ति सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में संपर्क कर सकता है।
उन्होंने कहा कि नशे के तीन प्रकार है ओरल, इनहेलिंग तथा इंजैक्शन। नशे का अंतिम लक्ष्य दिमाग तक पहुंचना होता है। मनुष्य जब इसका सेवन कर लेता है तो धीरे-धीरे इसका इसका आदि हो जाता है। आदि होने के उपरांत नशे से पीडि़त व्यक्ति बार-बार नशा मांगता है और अंत में नशा व्यक्ति की मौत का कारण बन जाता है।
उन्होंने कहा कि कहा कि नशा न केवल व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से अक्षम बनाता है अपितु इस दुष्प्रवृति में संलिप्त व्यक्तियों के परिवार भी नष्ट हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि नशे से पीडि़त व्यक्ति किसी भी प्रकार से राष्ट्र का भला नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अक्सर व्यक्ति मानसिक परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए नशा लेना आरंभ करता है और समय के साथ उसे पता ही नहीं चलता कि कब वह नशे का आदि हो गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा नशा उन्मूलन के लिए चलाया गया यह अभियान सराहनीय कार्य है। उन्होंने उपस्थित लोगांे से आग्रह किया कि निःसंकोच नशामुक्ति केंद्र में जाएं तथा नशे की दुष्प्रवृति से स्वयं को बचाएं।
इस अवसर पर व्यापार मंडल सोलन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, सेवानिवृत पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कंवर, उप पुलिस अधीक्षक सोलन रमेश शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक परवाणू योगेश रोल्टा, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
