DNN नौणी (सोलन)
1 जून। डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में गुरुवार को एक दिवसीय योग जागरूकता शिविर एवं ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट (LiFE) मिशन के तहत किया गया। इस अवसर पर योग भारती हिमाचल प्रदेश के संस्थापक श्री श्रीनिवास मूर्ति मास्टर ट्रेनर रहे। विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंदर देव ने सभी प्रशिक्षकों का स्वागत किया और मिशन लाइफ के तहत 22 मई से 5 जून तक विश्वविद्यालय में की जा रही गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने कर्मचारियों और छात्रों से योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाने का आग्रह किया। डॉ इंदर देव ने दिनचर्या और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के लिए कदम उठाने का भी आवाहन किया।
श्रीनिवास मूर्ति और योग भारती के प्रशिक्षकों ने छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए एक योग सत्र आयोजित किया। श्रीनिवास मूर्ति का विचार था कि योग एक विज्ञान और जीवन जीने का एक तरीका है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से स्वस्थ और तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए योग को दिनचर्या में शामिल करने का आग्रह किया। दो घंटे से अधिक समय तक प्रतिभागियों को विभिन्न योग आसनों और उनकी सही तकनीकों से अवगत करवाया गया। आसनों के लाभ को भी प्रतिभागियों के साथ साझा किया गया।
शाम को ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सोलन से बहन सुषमा और बहन बबीता ने विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और छात्रों के लिए एक ध्यान सत्र का आयोजन किया। प्रतिभागियों को ध्यान लगाने की कई तकनीकें बताई गयी। आईडीपी के प्रधान अन्वेषक डॉ. केके रैना ने योग प्रशिक्षकों और ब्रम्हकुमारी के सदस्यों को विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया, जिससे प्रतिभागियों को खुद और प्रकृति से तालमेल बढ़ाने में मदद मिली।
इस अवसर पर गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल शमरोड के 15 सदस्यीय छात्र दल ने तम्बाकू मुक्त जीवन और इसके सेवन से जुड़ी बीमारियों के बारे में संदेश देने के लिए एक नाटक प्रस्तुत किया जिसे सभी की बहुत ही सराहना मिली। लाइफ मिशन के तहत बुधवार को शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो॰ पीके खोसला ने पर्यावरण संरक्षण में व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयास करने का आग्रह किया और हमारे प्राचीन ज्ञान को इस मिशन की सफलता के इस्तेमाल करने की बात की।
नो-व्हीकल डे मनाया
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए लाइफ मिशन के तहत यूनिवर्सिटी कैंपस में गुरुवार को नो-व्हीकल डे मनाया गया। सभी कर्मचारियों और छात्रों ने अपने वाहन निर्धारित स्थानों पर खड़े किए। छात्रों और कर्मचारियों ने इस पहल में अपना पूरा सहयोग दिया और ऑफिस टाइम के दौरान केवल ई वाहनों और आपातकालीन वाहनों की आवाजाही रही।