रासायनिक आपदा प्रबन्धन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

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DNN सोलन ब्यूरो
12 अक्तूबर। राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में उद्योगों में वित रासायनिक आपदाओं से बचाव के सम्बन्ध में त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से ऑनलाईन प्रशिक्षण कार्यक्रम आज यहां आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के प्रशिक्षकों ने जिला की आईआरएस टीम को ऑनलाईन माध्यम से उद्योगों में होने वाली रासायनिक आपदाओं की रोकथाम और इनसे सुरक्षा तथा इसके प्रभावों को कम करने के लिए प्रभावी समन्वय और क्षमताओं में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए योजना, प्रशिक्षण, अभ्यास और सुधार गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि किसी भी आपातकाल के दौरान प्रतिक्रिया चरण खोज और बचाव से शुरू हो सकता है लेकिन सभी मामलों में ध्यान शीघ्र प्रभावित होने वाली आबादी की बुनियादी मानवीय जरूरतों को पूरा करने की ओर आवश्यक है। आपदा के समय सहायता के लिए त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली टीम के मध्यम प्रभावी समन्वयन अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के सदस्य लैफ्टिनेंट जनरल सयैद अता हसनैन ने आईआरएस टीम को पावर प्वायंट प्रस्तुति के माध्यम से आईआरएस की कार्यप्रणाली की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन डीसी राणा ने कहा कि रासायनिक आपदाओं से न केवल मानव जीवन प्रभावित होता है बल्कि जलवायु पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। यह अमलीय वर्षा मानव के साथ फसलों और ऐतिहासिक इमारतों के लिए भी हानिकारक है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आईआरएस टीम के सभी सदस्यों को उनके उत्तरदायित्व के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर उपायुक्त सोलन केसी चमन, उपमंडलाधिकारी सोलन अजय कुमार यादव, लैफ्टिनेंट कर्नल जोरावर सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक सोलन अशोक वर्मा, उद्योग विभाग के उपनिदेशक संजय कंवर, आदेशक गृहरक्षा सोलन शिव कुमार, आईओसीएल, जूपिटर तथा पीडिलाइट कंपनियों के सुरक्षा अधिकारी उपस्थित थे।

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