DNN कंडाघाट (लवली)
उपंडलाधिकारी कंडाघाट संजीव धीमान ने यहां उपमंडल स्तर के अधिकारियों के साथ विभिन्न जलजनित रोगों एवं डेंगू जैसे रोगों की रोकथाम के लिए समुचित पग उठाने एवं कार्य योजना तैयार करने के लिए आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यालयों में पेयजल की क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि होटल मालिकों, ढाबा मालिकों व उद्योगों द्वारा निकास किए जा रहे दूषित जल को पेयजल स्त्रोतों में जाने से रोकें।
उन्होंने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करें।
संजीव धीमान ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर कार्य कर रहे रेहड़ी-फड़ी वालों का पंजीकरण करने तथा उनके द्वारा परोसे जा रहे खाद्य पदार्थों की भी समय-समय पर जांच करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शहर में सभी प्राकृतिक पेयजल जल स्रोत, बावडि़यों इत्यादि की नियमित जांच करना सुनिश्चित करें और जिन बावडि़यों का पानी पीने के योग्य नहीं है, वहां इस संबंध में सूचना पट्ट लगाए जाएं। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे केवल उन्हीं प्राकृतिक जल स्रोतों, बावडि़यों का पानी प्रयोग में लाएं जो सुरक्षित हैं। जिन बावडि़यों पर पानी न पीने के संबंध में चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं वहां का पानी प्रयोग में न लाएं। उन्होंने आग्रह किया कि घरेलू स्तर पर निर्मित जल भंडारण टैंकों की फेसिंग अवश्य करें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि पेयजल को कम से कम 20 मिनट तक उबालकर ही प्रयोग में लाएं। उन्होंने कहा कि उबला हुआ पेयजल एवं स्वच्छता विभिन्न जलजनित रोगों से बचाव में सहायक है। उन्होंने कहा कि कार्यालयों, घरों इत्यादि के आसपास पानी खड़ा न रहने दें क्योंकि खड़े पानी में मच्छर पनपते हैं।
उन्होंने शिक्षा विभाग से आए अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों में लगी पेयजल भंडारण टैंको की नियमित सफाई करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को खंड स्तर पर एक टीम बनाने को कहा जो पेयजल की शुद्धता की निगरानी कर सके। बैठक में खंड चिकित्सा अधिकारी सायरी ने कहा कि उपमंडल के सभी चिकित्सा संस्थानों में क्लोरीन व ओआरएस का भंडारण पर्याप्त मात्रा में कर लिया गया है।
बैठक में खंड विकास अधिकारी कंडाघाट बीआर वर्मा, सीडीपीओ कंडाघाट पदम देव शर्मा, बहारा विश्वविद्यालय के उप पंजीयक हितेंद्र चंदेल, विभिन्न विभागों के अधिकारी, शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि एवं अन्य उपस्थित थे।