DNN बद्दी 21, अक्टूबर
प्रदेश सरकार यदि बद्दी पर नगर निगम थोपती है तो लोग सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे यह चेतावनी भारतीय जनता पार्टी ने दे दी है। बद्दी को नगर निगम बनाए जाने के प्रस्ताव पर भारतीय जनता पार्टी ने अभी से ही मोर्चा खोल दिया है और स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले को लेकर यदि उन्हें न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाना पड़े तो उससे भी गुरेज नहीं किया जाएगा।
यहा के पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष मान सिंह मेहता, पूर्व राज्य कार्यकारिणी सदस्य भाजपा कैप्टन डीआर चंदेल, जिला सचिव भाजपा गुरमेल चौधरी व जिला महामंत्री संजीव ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि क्षेत्र के लोग अभी ग्रामीण माहौल में ही रहना चाहते हैं। राज्य सरकार उद्यमियों व बिल्डरों को लाभ देने के मकसद से क्षेत्र को निगम बनाना चाहती है, जिससे क्षेत्र के आम लोगों की परेशानियां चार गुना बढ़ जाएंगे। ऐसा बद्दी क्षेत्र में बिल्कुल होने नहीं दिया जाएगा। गुरमेल चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी निगम बनाने का प्रयास किया गया था और उस समय मौजूदा विधायक ने इसका जमकर विरोध किया था और अब उनकी सरकार में ऐसा होने जा रहा है। ऐसा शडयंत्र बद्दी क्षेत्र में नहीं चलेगा। चौधरी ने कहा कि लोगों के विरोध के बाद भाजपा सरकार ने इस फैसले को वापस ले लिया था और बद्दी को नगर परिषद ही रखा था, लेकिन अब कांग्रेस सरकार बिना नगर परिषद के पार्षदों से चर्चा किए ही इसे निगम बनाने के प्रयास में लगी है। ऐसा हुआ तो समस्त क्षेत्र के लोग धरना व रोष प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा जिला महामंत्री ने कहा कि कोटियां से सनेहड़ तक निगम का दायरा बनाने की बातें की जा रही हैं। इसके तहत क्षेत्र की करीब 15 पंचायतों को मर्ज करने की योजना चल रही है, जबकि क्षेत्र की एक भी पंचायत नगर निगम में शामिल नहीं होना चाहती। निगम में पंचायतें शामिल होने से लोगों की परेशानियां चार गुना बढ़ जाएंगी। लोग अपने पंचायतों में शहरीकरण के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं हैं। निगम में शामिल होने से उन्हें हाउस टैक्स देना होगा। पानी के महंगे दाम, सफाई का टैक्स, कई तरह की एनओसी की परेशानियां से जूझना पड़ेगा।
भाजपा दून मंडल के अध्यक्ष व पार्षद नगर परिषद मान सिंह ने कहा कि नगर परिषद में 2011 के बाद जनगणना नहीं हुई है, लेकिन नगर परिषद के नौ वार्डों में रहने वाले लोगों की संख्या निगम के लिए पर्याप्त है। सरकार अगर चाहती है तो वह मौजूदा नगर परिषद क्षेत्र को ही निगम में मर्ज कर सकती है, लेकिन पंचायत क्षेत्रों के लोग निगम के विराेध में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को बद्दी नालागढ़ क्षेत्र को मर्ज कर निगम बनाने का प्रस्ताव गलत है।
भाजपा कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य कैप्टन डीआर चंदेल ने कहा कि मौजूदा विधायक व सरकार को चाहिए कि वह लोगों की आशाओं का सम्मान करे। लोगों ने उन्हें चुनकर इसलिए भेजा है कि वह लोगों की समस्याओं को कम करे, लेकिन मौजूदा सरकार क्षेत्र के लोगों की परेशानियां बढ़ाने का काम कर रही है। जनता निगम में मर्ज नहीं होना चाहती है और राज्य सरकार व मौजूदा विधायक इस विषय को लेकर लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाने में विफल साबित हो रहे हैं। सरकार के पास दो प्रस्ताव निगम के लिए गए हैं, जिसमें पहला कोटियां पंचायत से सनेहड़ तक का है और दूसरा बरोटीवाला से मलपुर तक का प्रस्ताव रखा है। कोटियां से सनेहड़ तक 15 पंचायतों को मर्ज करना पड़ेगा, वहीं बरोटीवाला से मलपुर तक करीब चार पंचायतों को शामिल करना पड़ेगा। ग्रामीणों की बिना मंशा के ऐसे विषय थोपना सरासर गलत है। सरकार को इस तरह के प्रस्ताव वापस लेने चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो आगामी समय में इसके गंभीर परिणाम स्थानीय नेताओं व सरकार को देखने को मिलेंगे।